भेंगापन कैसे ठीक हो सकता है

 भेंगेपन, जिसे चिकित्सकीय भाषा में स्क्विंट भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें आँखें सही दिशा में नहीं देखतीं। यह समस्या बच्चों से लेकर वयस्कों तक को प्रभावित कर सकती है और इसके कारण दृष्टि समस्याएं, आत्म-संवेदनशीलता, और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस लेख में, हम भेंगेपन के कारण, लक्षण, और उसके इलाज के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

भेंगेपन के कारण

जन्मजात और वंशानुगत भेंगेपन

भेंगेपन कई बार जन्मजात होता है, जिसे वंशानुगत भी माना जाता है। यदि परिवार में किसी को भेंगापन है, तो यह समस्या अन्य परिवारजनों में भी उत्पन्न हो सकती है। जन्म के समय ही अगर बच्चे की आंखों में भेंगापन दिखाई दे, तो यह संकेत हो सकता है कि बच्चे की आंखों की मांसपेशियां ठीक से विकसित नहीं हुई हैं।

तंत्रिका क्षति

भेंगेपन की एक अन्य प्रमुख वजह कपाल तंत्रिका पर घाव या कठिन प्रसव के दौरान नसों में चोट लगना हो सकता है। इस स्थिति में, आंखों की मांसपेशियों को ठीक से संलग्न नहीं किया जा सकता, जिसके परिणामस्वरूप भेंगापन होता है।

दृष्टि समस्याएं

लंबे समय तक आंखों का ध्यान केंद्रित करने से भी भेंगापन उत्पन्न हो सकता है। जब आंखें स्पष्ट दृष्टि के लिए अत्यधिक मेहनत करती हैं, तो मस्तिष्क आंखों की मांसपेशियों को सही दिशा में रखने में असमर्थ हो जाता है, जिससे भेंगापन उत्पन्न हो सकता है।

बाल्यकाल की बीमारियाँ

भेंगेपन का एक कारण बाल्यकाल में बीमारियाँ और वायरल संक्रमण भी हो सकते हैं। खसरा, चिकनपॉक्स जैसी बीमारियाँ आंखों की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे भेंगापन हो सकता है।


भेंगेपन के लक्षण

भेंगेपन के लक्षण को समय पर पहचानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. दृष्टि की समस्याएँ: आंखें विभिन्न दिशाओं में देखती हैं और एक ही वस्तु को दो बार देख सकती हैं।
  2. पानी आना: आंखों से बार-बार पानी आना।
  3. आंखों की थकावट: पढ़ने या किसी वस्तु को देखने में कठिनाई होना।
  4. सामान्य दृष्टि में कमी: बच्चों को पढ़ाई में कठिनाई या टीवी/कंप्यूटर देखने में समस्या होना।

भेंगेपन का इलाज और आसान घरेलू उपचार

चिकित्सा उपचार

  1. आँखों की परीक्षा और स्कैन: भेंगेपन का पता लगाने के लिए एक विस्तृत आंखों की जांच कराना आवश्यक है। इसके लिए डॉक्टर विभिन्न परीक्षण कर सकते हैं।
  2. आंखों का ऑपरेशन: अगर भेंगापन गंभीर हो और अन्य उपचार प्रभावी न हों, तो आंखों की मांसपेशियों की सर्जरी की जा सकती है।
  3. चश्मे का उपयोग: कुछ मामलों में, आंखों की मांसपेशियों को संतुलित करने के लिए चश्मे का उपयोग किया जा सकता है।

घरेलू उपचार

  1. आँखों की व्यायाम: आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए विशेष व्यायाम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आंखों को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमाने के व्यायाम।
  2. पोषण और आहार: आँखों की सेहत के लिए आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स का सेवन करें, जैसे कि विटामिन A, C, और E।
  3. गर्म और ठंडे पैड्स: आंखों पर गर्म या ठंडे पैड्स लगाने से सूजन और थकावट कम हो सकती है।
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