हरियाणा की राजनीति एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार वजह बने हैं राहुल गांधी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के साथ मंच साझा करते हुए, राहुल गांधी ने हरियाणा की जनता से कई बड़े वादे किए। सबसे अहम मुद्दा जो इस बार राहुल गांधी ने उठाया, वो है राज्य की गिरती अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना और जातिगत जनगणना को पूरा करने का वादा।
हरियाणा की गिरती अर्थव्यवस्था पर चिंता
राहुल गांधी ने हरियाणा की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताई और इसे वापस पटरी पर लाने की बात कही। उनके अनुसार, राज्य की वर्तमान स्थिति बेहद नाजुक है और इसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने हुड्डा और शैलजा के साथ मिलकर हरियाणा की जनता से वादा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी।
जातिगत जनगणना का मुद्दा
राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद यह जनगणना पूरी की जाएगी ताकि हर वर्ग के लोगों को उनके हक के अनुसार प्रतिनिधित्व और सुविधाएं मिल सकें। उनका कहना था कि इससे न केवल सामाजिक न्याय सुनिश्चित होगा, बल्कि नीति-निर्माण में भी मदद मिलेगी।
कांग्रेस की पुरानी रणनीति
राहुल गांधी ने अपनी इस नई रणनीति के जरिए हरियाणा की जनता को एकजुट करने की कोशिश की है। जातिगत जनगणना का मुद्दा कांग्रेस के लिए एक पुरानी रणनीति रही है, जिसे लेकर पार्टी ने कई बार चुनावों में फायदा उठाया है। इस बार भी यह मुद्दा हरियाणा की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है।